सपनो को हकीकत में बदलते
देखना बहुत ही सुखद अहसास होता है...
और सच आज मेरा एक दीर्घ स्वप्न जो हकीकत में
बदला.....
'व्हाट्स एप्प' पर आज ही दिन
एक साहित्यिक समूह छंद मुक्त पाठशाला कुछ मित्रो के साथ बनाया था, काव्य प्रहरियों से सजी ये पाठशाला सदैव ही उपलब्धियों से
भरी रही...व्हाट्स एप्प केअनेको समूहों में रहा ..समूहों में राजनीति देखी ,विवाद देखे पर इस पाठशाला रूपी परिवार में सदस्यों का आपसी
नेह देखते ही बनता है।
कुछ मास पूर्व एक दिन
अनायास ही मुख से निकल गया क्यों न पाठशाला के रचनाकारों की रचनाओ की किताब
आये..बस फिर क्या था ..माँ शारदे की कृपा मित्रो का सहयोग और अथाह साहित्य प्रेम
ने तैयारी कर दी शब्दों को पिरोने की.... जी हां....और आ गई व्हाट्स
एप्प के इतिहास की पहली काव्य पुस्तक भावो की हाला (छंद मुक्त पाठशाला सृजन )
जिसका विमोचन शीघ्र शानदार
तरीके से अखिल भारतीय कवि सम्मलेन के साथ होने जा रहा है।
इतिहास के पन्नों
मे स्वर्णिम अक्षरो से अंकित हुई इस किताब में विशेष रूप से सुश्री इंदु सिंह जी
जिनके बिना यह सफ़र अधूरा था सुश्री आरती सिंह जी कवर चित्र डिजायन आदरणीय गोबिंद
चांदना जी आदरणीय अशोक अरोरा जी हयात सिंह जी, सूरज
सिंह सार्की जी , भूपेंद्र राघव जी , भीम
भारत भूषण जी , संजय मौर्य जी , नजीर जी
दीपक शुक्ला जी आदरणीय नीरजा मेहता जी मीनाक्षी जी पदमा जी रूपा गुप्ता जी पूनम
संख्यान जी बबिता जैन जी शिवा त्रिपाठी जी शानू गीतम जी रूपा शर्मा जी डेजी
जायसवाल जी लष्मी जी सखी जी और तमाम पाठशाला परिवार और पाठशाला के पूर्व साथ नैनी
ग्रोवर जी उषा जी राखी शर्मा जी माधुरी रावत जी आदि के योगदान को भुलाया नहीं जा
सकता।
पाठशाला के एडमिन होने के
नाते सभी मित्रो का दिल से आभारी हूँ आगे भी इस तरह की साहित्यिक गतिविधियाँ कवि
सम्मलेन काव्य संग्रह छंद मुक्त पाठशाला द्वारा होंगे। आप सभी का आशीष अपेक्षित
है।
आदरणीय हेमंत शर्मा जी
उत्कर्ष प्रकाशन मेरठ का भी बहुत आभार उन्होंने इस किताब के संपादन में अपना
योगदान दिया।
सभी को शुभ कामनाये... :) :) :) !!!
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_________आपका अपना ‘अखिल जैन’_________
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